Rashtriya Krishi Vikas Yojana UPSC – UPSC में पूछी जाने वाली RKVY की अहम जानकारी

 क्या आप UPSC की तैयारी कर रहे हैं और कृषि योजनाओं पर मजबूत पकड़ बनाना चाहते हैं? Rashtriya Krishi Vikas Yojana (RKVY) एक ऐसी योजना है जो कृषि क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिए शुरू की गई। यह योजना राज्यों को पैसे देती है ताकि किसान बेहतर फसल उगा सकें और देश की अर्थव्यवस्था मजबूत हो। इस पोस्ट में हम RKVY क्या है, इसका इतिहास, उद्देश्य, विशेषताएं और कार्यान्वयन का स्टेप बाय स्टेप तरीका जानेंगे। आप UPSC में पूछे जाने वाले सवालों की तैयारी भी कर सकेंगे, जैसे योजना के फायदे और हाल की बदलाव। यह जानकारी सरल भाषा में है, ताकि आप आसानी से समझें और याद रखें।

इस ब्लॉग में पहले RKVY की पूरी कहानी बताएंगे, फिर UPSC के लिए महत्वपूर्ण बिंदु। स्टेप बाय स्टेप गाइड से समझेंगे कि योजना कैसे काम करती है। आप सीखेंगे कि कैसे राज्य इस योजना से फायदा उठा सकते हैं और किसान कैसे लाभान्वित होते हैं। Rashtriya Krishi Vikas Yojana UPSC के लिए बहुत जरूरी है, क्योंकि यह GS पेपर 3 में आती है। आइए, इस योजना की रोचक यात्रा शुरू करें और देखें कैसे यह कृषि में क्रांति ला रही है।

Rashtriya Krishi Vikas Yojana UPSC – UPSC में पूछी जाने वाली RKVY की अहम जानकारी


Rashtriya Krishi Vikas Yojana क्या है?

Rashtriya Krishi Vikas Yojana (RKVY) एक केंद्रीय योजना है जो कृषि और इससे जुड़े क्षेत्रों को विकसित करने के लिए बनाई गई है। यह योजना राज्यों को पैसे देती है ताकि वे अपनी जरूरत के अनुसार कृषि परियोजनाएं चला सकें। मुख्य रूप से, यह किसानों की आमदनी बढ़ाने और फसल उत्पादन को बेहतर बनाने पर जोर देती है।

2024 में इसे Pradhan Mantri Rashtriya Krishi Vikas Yojana (PM-RKVY) में बदल दिया गया। अब यह सतत कृषि पर फोकस करती है। UPSC में यह योजना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह देश की कृषि नीति का हिस्सा है। Rashtriya Krishi Vikas Yojana UPSC में अक्सर पूछी जाती है, जैसे इसके उद्देश्य और फंडिंग पैटर्न।

RKVY का इतिहास

RKVY की शुरुआत 2007-08 में हुई। तब इसे अतिरिक्त केंद्रीय सहायता के रूप में शुरू किया गया। उद्देश्य था कृषि में 4 प्रतिशत सालाना वृद्धि हासिल करना। 2013-14 तक यह 100 प्रतिशत केंद्रीय फंडिंग पर चली।

2015-16 से इसे केंद्रीय प्रायोजित योजना बना दिया गया। फंडिंग पैटर्न 60:40 (केंद्र:राज्य) हो गया। उत्तर पूर्वी और हिमालयी राज्यों के लिए 90:10 और संघ शासित क्षेत्रों के लिए 100 प्रतिशत केंद्र। 2017 में इसे RKVY-RAFTAAR नाम दिया गया। 2022-23 में कई योजनाओं को मिलाकर PM-RKVY बनाया गया। 2024 के नवंबर में नए दिशानिर्देश जारी हुए, जो 2025 में लागू हैं। Rashtriya Krishi Vikas Yojana UPSC में इसका इतिहास जानना जरूरी है।

RKVY के उद्देश्य

RKVY का मुख्य उद्देश्य कृषि को आर्थिक गतिविधि का मुख्य स्रोत बनाना है। यह जोखिम कम करने, किसानों की आमदनी बढ़ाने और फसल अंतर को कम करने पर जोर देती है। सतत कृषि को बढ़ावा देना, जैसे जैविक खेती और जल संरक्षण।

अन्य उद्देश्य हैं: मिट्टी की सेहत सुधारना, फसल अवशेष जलाना रोकना, मशीनों का इस्तेमाल बढ़ाना और किसानों को बाजार से जोड़ना। PM-RKVY में जलवायु अनुकूल कृषि पर फोकस है। UPSC में ये उद्देश्य अक्सर पूछे जाते हैं। Rashtriya Krishi Vikas Yojana UPSC के लिए ये बिंदु याद रखें।

RKVY की विशेषताएं

RKVY की विशेषता है कि यह राज्यों को लचीलापन देती है। राज्य अपनी जरूरत के अनुसार परियोजनाएं चुन सकते हैं। फंडिंग में केंद्र और राज्य की हिस्सेदारी है। छोटे किसानों, महिलाओं और अनुसूचित जाति/जनजाति को प्राथमिकता।

यह योजना कई घटकों में बंटी है, जैसे मिट्टी सेहत कार्ड, जैविक खेती, वर्षा आधारित क्षेत्र विकास। नवाचार और Agri-Entrepreneurship को बढ़ावा। 2025 में यह सतत कृषि पर जोर दे रही है। Rashtriya Krishi Vikas Yojana UPSC में इन विशेषताओं पर सवाल आते हैं।

RKVY के घटक

PM-RKVY में कई घटक हैं। मुख्य हैं: DPR (परियोजना आधारित) और AAP (वार्षिक कार्य योजना)। DPR में बुनियादी ढांचा बनाना, AAP में मिट्टी सेहत, सूक्ष्म सिंचाई, मशीनरी, जैविक खेती।

उदाहरण: सूक्ष्म सिंचाई में ड्रिप और स्प्रिंकलर सिस्टम पर सब्सिडी। मशीनरी में 50 प्रतिशत तक सहायता। फसल अवशेष प्रबंधन में मशीनें और केंद्र। जैविक खेती में क्लस्टर बनाना। Rashtriya Krishi Vikas Yojana UPSC में घटकों की जानकारी महत्वपूर्ण है।

RKVY का कार्यान्वयन: स्टेप बाय स्टेप गाइड

अब हम स्टेप बाय स्टेप बताते हैं कि RKVY कैसे लागू होती है। यह तरीका सरल है, ताकि UPSC छात्र आसानी से समझें। राज्य स्तर पर नोडल विभाग कृषि मंत्रालय है।

स्टेप 1: योजना की तैयारी

राज्य जिला और राज्य स्तर की योजना बनाते हैं। जिला सिंचाई योजना के आधार पर। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय समिति (SLSC) परियोजना मंजूर करती है। इसमें किसानों की जरूरत देखी जाती है।

स्टेप 2: प्रस्ताव भेजना

राज्य वार्षिक कार्य योजना (AAP) और DPR बनाकर केंद्र को भेजते हैं। केंद्र की समिति (PAC) मार्च तक मंजूरी देती है। फंड 125 प्रतिशत तक प्रस्तावित कर सकते हैं।

स्टेप 3: फंड जारी करना

केंद्र फंड जारी करता है, लेकिन उपयोग प्रमाण पत्र जरूरी। राज्य 60 प्रतिशत हिस्सा देते हैं। उत्तर पूर्व में 90 प्रतिशत केंद्र। फंड MIS सिस्टम से ट्रैक होते हैं।

स्टेप 4: क्लस्टर बनाना

जैविक खेती के लिए 500 हेक्टेयर क्लस्टर (मैदानी) या 200 हेक्टेयर (पहाड़ी)। वर्षा क्षेत्र में 20 हेक्टेयर क्लस्टर। FPO बनाना जरूरी।

स्टेप 5: लाभार्थी चुनना

छोटे किसान, महिलाएं, SC/ST को पहले। आवेदन ऑनलाइन या स्थानीय कार्यालय से। मिट्टी नमूने लेना, कार्ड बनाना।

स्टेप 6: क्रियान्वयन और प्रशिक्षण

परियोजना शुरू: मशीन खरीद, सिंचाई लगाना, जैविक तरीके अपनाना। प्रशिक्षण कैंप, एक्सपोजर विजिट। समर्थन एजेंसी मदद करती है।

स्टेप 7: निगरानी और रिपोर्ट

मासिक रिपोर्ट केंद्र को। geo-tagging से पारदर्शिता। ऑडिट और भौतिक जांच। अच्छा काम करने वाले राज्यों को अतिरिक्त फंड। Rashtriya Krishi Vikas Yojana UPSC में यह स्टेप्स जानना फायदेमंद है।

RKVY की चुनौतियां और समाधान

चुनौतियां: फंड का सही उपयोग न होना, देरी। समाधान: MIS सिस्टम और नियमित बैठकें। जलवायु बदलाव से निपटने के लिए सतत तरीके।

2025 में फसल अवशेष प्रबंधन पर जोर। Rashtriya Krishi Vikas Yojana UPSC में चुनौतियां पर सवाल आ सकते हैं।

UPSC में RKVY की महत्वपूर्ण जानकारी

UPSC में RKVY GS पेपर 3 में आती है। महत्वपूर्ण सवाल: उद्देश्य क्या हैं? फंडिंग पैटर्न? हाल के बदलाव? तुलना अन्य योजनाओं से।

उदाहरण सवाल: RKVY कैसे राज्यों को प्रोत्साहित करती है? PM-RKVY के घटक बताएं। तैयारी टिप: सरकारी रिपोर्ट पढ़ें। Rashtriya Krishi Vikas Yojana UPSC के लिए ये बिंदु याद रखें।

RKVY का भविष्य

2025 में PM-RKVY सतत कृषि को बढ़ावा देगी। नवाचार, FPO और बाजार लिंकेज पर फोकस। देश की खाद्य सुरक्षा मजबूत होगी।

Rashtriya Krishi Vikas Yojana UPSC में भविष्य के पहलू जानना जरूरी।

निष्कर्ष

Rashtriya Krishi Vikas Yojana किसानों के लिए वरदान है। UPSC छात्रों के लिए यह योजना महत्वपूर्ण है। स्टेप्स फॉलो कर समझें और तैयारी करें। यह योजना देश को मजबूत बनाती है। आइए, कृषि क्रांति में हिस्सा लें।

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