Priority Sector Lending Percentage – बैंकों का ये नियम हर किसान को पता होना चाहिए

 प्रायोरिटी सेक्टर लेंडिंग (Priority Sector Lending - PSL) एक ऐसा नियम है जो भारत के बैंकों को कुछ खास क्षेत्रों, जैसे किसानों, छोटे व्यवसायों और कमजोर वर्गों को लोन देने के लिए कहता है। यह नियम रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने बनाया है ताकि देश के विकास के लिए जरूरी क्षेत्रों को पैसों की कमी न हो। अगर आप किसान हैं या खेती से जुड़े हैं, तो आपको यह जानना बहुत जरूरी है कि यह नियम कैसे काम करता है और इससे आपको कैसे फायदा मिल सकता है। इस ब्लॉग में हम आपको आसान भाषा में बताएंगे कि प्रायोरिटी सेक्टर लेंडिंग क्या है, इसके नियम क्या हैं, और आप इसका लाभ कैसे उठा सकते हैं।

इस ब्लॉग में आपको स्टेप-बाय-स्टेप गाइड मिलेगी कि कैसे आप प्रायोरिटी सेक्टर लेंडिंग के तहत लोन ले सकते हैं। हम आपको बताएंगे कि कौन-कौन से लोग इसके लिए योग्य हैं, कितना लोन मिल सकता है, और इसे लेने की प्रक्रिया क्या है। साथ ही, कुछ जरूरी टिप्स भी देंगे ताकि आप आसानी से लोन ले सकें और गलतियों से बच सकें। यह ब्लॉग SEO-friendly है और इसे पढ़ने के बाद आपको प्रायोरिटी सेक्टर लेंडिंग के बारे में पूरी जानकारी मिल जाएगी। तो चलिए शुरू करते हैं!

Priority Sector Lending Percentage – बैंकों का ये नियम हर किसान को पता होना चाहिए


प्रायोरिटी सेक्टर लेंडिंग क्या है?

प्रायोरिटी सेक्टर लेंडिंग (PSL) एक नियम है जिसके तहत बैंकों को अपनी कुल लेंडिंग का एक निश्चित हिस्सा (percentage) उन क्षेत्रों को देना होता है जो देश के विकास के लिए जरूरी हैं। इनमें खेती, छोटे और मध्यम व्यवसाय (MSME), शिक्षा, आवास, और कमजोर वर्ग शामिल हैं। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने यह नियम बनाया है ताकि किसानों, छोटे व्यापारियों और गरीब लोगों को आसानी से लोन मिल सके। 2025 में RBI ने इस नियम को और बेहतर किया है, जिसके तहत लोन की सीमा बढ़ाई गई है और ज्यादा लोगों को शामिल किया गया है।

प्रायोरिटी सेक्टर लेंडिंग का परसेंटेज (Percentage)

RBI ने अलग-अलग बैंकों के लिए अलग-अलग लक्ष्य तय किए हैं कि उन्हें कितना परसेंट लोन प्रायोरिटी सेक्टर को देना है। यहाँ मुख्य नियम हैं:

  1. कमर्शियल बैंक और विदेशी बैंक (20+ शाखाओं वाले): इन बैंकों को अपने कुल लोन (Adjusted Net Bank Credit - ANBC) का 40% प्रायोरिटी सेक्टर को देना होता है। इसमें खेती को 18% और कमजोर वर्गों को 12% देना जरूरी है।

  2. क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (RRB) और स्मॉल फाइनेंस बैंक: इनका लक्ष्य 75% है, जिसमें खेती और कमजोर वर्गों के लिए भी खास लक्ष्य हैं।

  3. अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक (UCB): इनका लक्ष्य 60% है, जिसमें 7.5% छोटे व्यवसायों और 12% कमजोर वर्गों के लिए है।

  4. कमजोर वर्गों के लिए: इसमें छोटे और सीमांत किसान (1-2 हेक्टेयर जमीन वाले), अनुसूचित जाति/जनजाति, महिलाएं, और ट्रांसजेंडर शामिल हैं।

इन लक्ष्यों को पूरा न करने पर बैंकों को रूरल इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट फंड (RIDF) में पैसा जमा करना पड़ता है।

किसान के लिए प्रायोरिटी सेक्टर लेंडिंग के फायदे

किसानों के लिए यह नियम बहुत फायदेमंद है क्योंकि:

  • आसान लोन: किसानों को कम ब्याज दर पर लोन मिलता है।

  • ज्यादा राशि: 2025 में लोन की सीमा बढ़ाकर 2 लाख रुपये तक बिना गारंटी के कर दी गई है।

  • खेती के लिए मदद: फसल, मवेशी पालन, मछली पालन, और खेती से जुड़े अन्य कामों के लिए लोन मिलता है।

  • वेयरहाउस लोन: किसान अपने अनाज को वेयरहाउस में रखकर 90 लाख रुपये तक का लोन ले सकते हैं।

प्रायोरिटी सेक्टर लेंडिंग के तहत लोन के लिए पात्रता

लोन लेने के लिए आपको इन शर्तों को पूरा करना होगा:

  1. किसान की श्रेणी: छोटे और सीमांत किसान (1-2 हेक्टेयर जमीन वाले) या खेती से जुड़े लोग।

  2. दस्तावेज: आधार कार्ड, जमीन के कागज, बैंक खाता, और फोटो।

  3. उम्र: आमतौर पर 18 से 60 साल, लेकिन कुछ बैंकों में छूट मिल सकती है।

  4. खेती का काम: फसल, बागवानी, मवेशी पालन, मछली पालन, या अन्य संबद्ध गतिविधियाँ।

लोन लेने की स्टेप-बाय-स्टेप प्रक्रिया

यहाँ बताया गया है कि आप प्रायोरिटी सेक्टर लेंडिंग के तहत लोन कैसे ले सकते हैं:

स्टेप 1: अपनी जरूरत समझें

  • पहले यह तय करें कि आपको लोन किस लिए चाहिए, जैसे फसल के लिए, ट्रैक्टर खरीदने, या वेयरहाउस में अनाज रखने के लिए।

  • यह भी देखें कि आप कितना लोन ले सकते हैं (उदाहरण: 2 लाख तक बिना गारंटी)।

स्टेप 2: सही बैंक चुनें

  • अपने नजदीकी बैंक जैसे स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक, या क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक से संपर्क करें।

  • कुछ बैंक, जैसे स्मॉल फाइनेंस बैंक, किसानों को ज्यादा प्राथमिकता देते हैं।

स्टेप 3: दस्तावेज तैयार करें

  • आधार कार्ड, पैन कार्ड, जमीन के कागज, और खेती का प्रमाण (जैसे किसान क्रेडिट कार्ड)।

  • पासपोर्ट साइज फोटो और बैंक खाता डिटेल्स।

  • अगर वेयरहाउस लोन चाहिए, तो वेयरहाउस रसीद (NWR/eNWR)।

स्टेप 4: बैंक में आवेदन करें

  • बैंक जाएं और प्रायोरिटी सेक्टर लेंडिंग लोन के लिए फॉर्म लें।

  • फॉर्म में अपनी जानकारी, जैसे नाम, पता, और लोन की राशि, सही-सही भरें।

  • अगर ऑनलाइन सुविधा है, तो बैंक की वेबसाइट पर जाकर फॉर्म भरें।

स्टेप 5: दस्तावेज जमा करें

  • सभी दस्तावेज बैंक में जमा करें।

  • सुनिश्चित करें कि कागज साफ और सही हों।

स्टेप 6: लोन की मंजूरी

  • बैंक आपके दस्तावेज और पात्रता की जांच करेगा।

  • अगर सब सही है, तो लोन 7-15 दिनों में मंजूर हो सकता है।

स्टेप 7: लोन का उपयोग

  • लोन मिलने के बाद, उसे खेती या उस काम के लिए इस्तेमाल करें जिसके लिए लिया है।

  • समय पर लोन की किस्त चुकाएं ताकि भविष्य में और लोन मिल सके।

जरूरी टिप्स लोन लेने के लिए

  1. सही जानकारी दें: फॉर्म में गलत जानकारी देने से लोन रद्द हो सकता है।

  2. बैंक से बात करें: लोन की शर्तों, ब्याज दर, और चुकाने की अवधि को समझें।

  3. दस्तावेज तैयार रखें: सभी कागज पहले से तैयार रखें ताकि समय बचे।

  4. आधिकारिक बैंक: फर्जी कंपनियों या दल Motorcycle से बचें, केवल बैंक से लोन लें।

  5. समय पर आवेदन: कुछ बैंक सीमित समय के लिए लोन आवेदन स्वीकार करते हैं।

  6. किसान क्रेडिट कार्ड: अगर आपके पास KCC है, तो लोन प्रक्रिया और तेज हो सकती है।

प्रायोरिटी सेक्टर लेंडिंग के नए नियम 2025

2025 में RBI ने कुछ नए नियम बनाए हैं जो किसानों के लिए फायदेमंद हैं:

  • लोन सीमा बढ़ाई गई: बिना गारंटी लोन की सीमा 2 लाख रुपये तक।

  • वेयरहाउस लोन: 90 लाख रुपये तक का लोन अनाज भंडारण के लिए।

  • कमजोर वर्गों में शामिल: ट्रांसजेंडर और महिलाओं को ज्यादा प्राथमिकता।

  • कृषि इन्फ्रास्ट्रक्चर: गोदाम, कोल्ड स्टोरेज, और खेती से जुड़े अन्य कामों के लिए लोन।

निष्कर्ष

प्रायोरिटी सेक्टर लेंडिंग (Priority Sector Lending) किसानों के लिए एक बड़ा अवसर है जिससे वे कम ब्याज पर लोन लेकर अपनी खेती को बेहतर बना सकते हैं। 2025 के नए नियमों ने इसे और आसान और फायदेमंद बना दिया है। ऊपर दिए गए स्टेप्स को फॉलो करके आप आसानी से लोन ले सकते हैं। यह नियम न केवल किसानों, बल्कि छोटे व्यवसायियों और कमजोर वर्गों के लिए भी मददगार है। अगर आप इसका सही इस्तेमाल करें, तो यह आपके खेती के सपनों को पूरा करने में बहुत मदद कर सकता है। समय पर आवेदन करें और देश के विकास में योगदान दें!

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